अमेरिकी एजेंसी FBI ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने को लेकर भारतीय अधिकारी विकास यादव पर आरोप लगाए हैं। जिसके बाद से हर ओर उनकी चर्चा हो रही है। रॉ एजेंट विकास यादव पर अमेरिकी एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप लगाए हैं। अमेरिका की खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने विकास यादव के खिलाफ वॉंटेड का पोस्टर भी जारी किया है।
विकास यादव पर क्या है आरोप?
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने कुछ समय पहले विकास यादव को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद जमानत पर वह रिहा हो गए। FBI की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल विकास यादव पहले अमेरिका में थे मगर कुछ वक्त पहले वे भारत आ गए थे। नवंबर 2023 में विकास को अटेंप्ट टू मर्डर और किडनैपिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मार्च 2024 में दिल्ली पुलिस ने इस मामले पर एक चार्जशीट तैयार की और अगले महीने अप्रैल में विकास यादव को जमानत दे दी गई थी।
विकास मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी जिले के प्राणपुरा गांव के निवासी हैं।
विकास यादव भारत सरकार का कर्मचारी
अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने विकास यादव को भारत सरकार का कर्मचारी बताया है, मगर भारत के मुताबिक विकास यादव अब भारत सरकार के कर्मचारी नहीं हैं।
इस मामले में एक अन्य भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पहले से ही अमेरिका की हिरासत में हैं।
विकास यादव और निखिल गुप्ता का क्या है रिश्ता?
अमेरिका ने विकास यादव और निखिल गुप्ता पर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की कोशिश का आरोप लगाया गया है जिसके लिए अमेरिकी क़ानून के मुताबिक़ 10 साल की जेल की सज़ा का प्रावधान है। दोनों पर मनी लॉन्ड्रिंग की साज़िश रचने का आरोप है जिसके लिए 20 वर्ष की जेल की सज़ा का प्रावधान है।
अमेरिकी एजेंसी के मुताबिक विकास यादव भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए काम करते थे जो कैबिनेट सचिवालय का हिस्सा है।अमेरिकी न्याय मंत्रालय का कहना है कि विकास ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में भी काम किया है। जानकारी के मुताबिक विकास यादव को काउंटर इंटेलिजेंस, बैटल-क्राफ्ट , हथियार और पैराट्रूपर ट्रेनिंग हासिल है।
आरोपों के मुताबिक़ अमेरिका में विकास गुप्ता ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के लिए निखिल गुप्ता को भर्ती किया था। जून 2023 में विकास यादव ने निखिल गुप्ता को पन्नू के बारे में पर्सनल जानकारी दी । अब विकास यादव का नाम हाल ही में हिए रोहिणि ब्लास्ट में भी सामने आया है। हालाँकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।
इस पूरे घटनाक्रम का अमेरिका और भारत के संबंधों पर कोई सीधा असर नहीं होगा। दोनों देशों के लिए उनका रिश्ता मायने रखता है।