भारत सरकार की प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) को इस साल 10 वर्ष पूरे हो चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई ये योजना देश के वित्तीय समावेश के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में उभरी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को भी बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना है जो अभी तक अनौपचारिक क्षेत्र में अपनी बचत और लेनदेन करते आ रहे थे।
प्रधानमंत्री जनधन योजना का उद्देश्य देश की जनता को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है
प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत 28 अगस्त, 2014 को की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश की जनता को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना और उन्हें वित्तीय समावेश का लाभ उठाने में सक्षम बनाना था। PMJDY के तहत, बैंक खाते खोलने के लिए न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता नहीं होती है और खाताधारकों को एक डेबिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट सुविधा भी प्रदान की जाती है।
क्या है इस योजना का उद्देश्य
1. वित्तीय समावेश: PMJDY का मुख्य उद्देश्य देश के वित्तीय समावेश को बढ़ावा देना है। इसका मतलब है कि देश के सभी नागरिकों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना ताकि वे अपने वित्तीय लेनदेन आसानी से कर सकें।
2. गरीब लोगों तक बैंकिंग सुविधा पहुंचाना: इस योजना का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य गरीबी उन्मूलन में योगदान देना है। इस योजना के माध्यम से गरीब लोगों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच मिलती है, जिससे उन्हें अपनी आय को बढ़ाने और अपने जीवन स्तर में सुधार लाने में मदद मिलती है।
3. सेविंग्स: इसके तहत खोले गए बैंक खातों में जमा की गई राशि सुरक्षित रहती है। इससे लोगों को अपनी बचत को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है और उन्हें अनौपचारिक क्षेत्र में अपनी बचत को जोखिम में डालने की आवश्यकता नहीं होती है।
क्या है इस योजना के लाभ
1. बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच: प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बैंक खाते खोलने से लोगों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच मिलती है, जिससे उन्हें अपने वित्तीय लेनदेन आसानी से करने में मदद मिलती है।
2. ओवरड्राफ्ट सुविधा: PMJDY के तहत खाताधारकों को ओवरड्राफ्ट सुविधा भी प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अचानक आने वाली आवश्यकताओं के लिए धन जुटाने में मदद मिलती है।
3. सरकारी योजनाओं तक पहुंच: पीएम जनधन योजना के माध्यम से बैंक खाते खोलने से लोगों को सरकारी योजनाओं तक आसानी से पहुंच मिलती है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना ने देश के वित्तीय समावेश में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस योजना के माध्यम से लाखों लोगों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच मिली है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। PMJDY ने गरीबी उन्मूलन और महिला सशक्तिकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय समावेशन कार्यकम है। वित्त मंत्रालय अपने वित्तीय समावेशन प्रयासों के जरिये हाशिए के समुदायों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सहायता प्रदान करने का निरंतर प्रयास करता रहा है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत 14 अगस्त 2024 तक खोले गए खातों की कुल संख्या 53.13 करोड़ है। इसमें 55.6 प्रतिशत (29.56 करोड़) जन-धन खाताधारक महिलाएं हैं और 66.6 प्रतिशत (35.37 करोड़) जन-धन खाते ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्रों में हैं।प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खोले गए खातों में कुल जमा रकम 2,31,236 करोड़ रुपये है
प्रधानमंत्री जनधन योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य देश के वित्तीय समावेश को बढ़ावा देना है। इस योजना ने लाखों लोगों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान की है और उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया है।