समान नागरिक संहिता या यूनिफॉर्म सिविल कोड UCC एक समान कानूनी ढांचा है जो सभी नागरिकों के लिए व्यक्तिगत कानूनों को संगठित करता है, चाहे वे किसी भी धर्म या संप्रदाय से संबंधित हों। यह अलग-अलग धर्मों के लिए अलग-अलग कानूनों के मौजूदा विखंडित ढांचे को समाप्त करने की कोशिश है, जो अक्सर विवादों और असमानताओं का कारण बनता है।
जब भारत का संविधान बनाया जा रहा था तब संविधान सभा में एक बहस के बाद इस बात पर बल दिया गया था कि देश के हित में समान नागरिक संहिता बनाई जानी चाहिए। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर भी समान नागरिक संहिता के पक्ष में थे।
UCC लागू होने पर क्या बदलाव आएंगे?
UCC के लागू होने से कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकते हैं:
* विवाह और तलाक: UCC के तहत विवाह और तलाक के लिए समान नियम लागू हो सकते हैं, जिसमें विवाह की आयु, तलाक के आधार और संपत्ति बंटवारे के नियम शामिल हैं।
* गोद लेना: गोद लेने की प्रक्रिया और नियम सभी धर्मों के लिए समान हो सकते हैं, जिससे गोद लेने के लिए धर्म-आधारित बाधाओं को दूर किया जा सकता है।
* वसीयत:कोई भी व्यक्ति अपनी पूरी संपत्ति की वसीयत कर सकता है। जो मुस्लिम, ईसाई व पारसी समुदायों के लिए वसीयत के अलग-अलग नियमों के अंडर था। UCC लागू होने के बाद सभी धर्मों और वर्गों के हर अधिकार समान होगा।
* उत्तराधिकार: उत्तराधिकार के नियम सभी नागरिकों के लिए समान हो सकते हैं, जिससे संपत्ति बंटवारे में धर्म-आधारित भेदभाव को समाप्त किया जा सकता है।
* संपत्ति अधिकार: संपत्ति अधिकारों के नियम सभी नागरिकों के लिए समान हो सकते हैं, जिससे महिलाओं और पुरुषों के बीच संपत्ति के अधिकारों में समानता सुनिश्चित हो सकती है।
UCC से कौन से समाज वर्ग प्रभावित होंगे?
UCC के लागू होने से अलग-अलग समाज वर्ग प्रभावित हो सकते हैं:
* धार्मिक अल्पसंख्यक: धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों को सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है, क्योंकि उनके लिए वर्तमान में अलग-अलग व्यक्तिगत कानून हैं। इन समूहों को चिंता हो सकती है कि UCC उनके धार्मिक प्रथाओं और मान्यताओं को कमजोर कर सकता है।
* महिलाएं: UCC महिलाओं के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि यह महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा दे सकता है और धर्म-आधारित भेदभाव को समाप्त कर सकता है।
* निचले वर्ग: UCC निचले वर्ग के लोगों के लिए भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि यह उन्हें धर्म-आधारित भेदभाव से बचा सकता है और उनके अधिकारों को बढ़ावा दे सकता है।
UCC देश के लिए महत्वपूर्ण विषय है जिस पर व्यापक बहस और विचार-विमर्श की आवश्यकता है। यह एक जटिल मुद्दा है, और इसके लागू होने से विभिन्न समाज वर्गों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ सकते हैं। UCC के बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले सभी हितधारकों की आवाज सुननी चाहिए और उनके चिंताओं का समाधान करना चाहिए।